न्यायाधीशों व विधिक सेवा प्राधिकरण ने बच्चों को बताया साक्षरता और अधिकारों का महत्व
छात्रावासों में बच्चों को मिली साक्षरता और कानून की जानकारी”

आनंद गुप्ता जिला संवाददाता
मुंगेली में राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन
मुंगेली। राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर दिनांक 08 सितंबर 2025 को शासकीय प्री-मैट्रिक अनुसूचित जाति नवीन बालक छात्रावास एवं शासकीय प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास मुंगेली में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
यह कार्यक्रम माननीय सालसा प्लान ऑफ एक्शन के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मुंगेली की अध्यक्ष श्रीमती गिरिजा देवी मेरावी के मार्गदर्शन तथा सचिव श्रीमती कंचन लता आचला के नेतृत्व में संपन्न हुआ।
शिविर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती जसविंदर कौर अजमानी मलिक, सचिव श्रीमती कंचन लता आचला और कुमारी नारायणी कच्छप, व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ श्रेणी एवं प्रथम अतिरिक्त न्यायाधीश मुंगेली ने छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। उन्होंने साक्षरता का महत्व बताते हुए कहा कि साक्षरता केवल शिक्षा का अधिकार ही नहीं, बल्कि यह एक मौलिक मानवाधिकार है। यह व्यक्तिगत, सामुदायिक और सामाजिक विकास की नींव है और निरक्षरता मिटाकर बेहतर एवं न्यायपूर्ण समाज की स्थापना का संकल्प दिलाती है।
शिविर में बच्चों को डिजिटल प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम पर होने वाले साइबर अपराधों, लैंगिक अपराध संबंधी कानूनों और दैनिक जीवन में उपयोगी विधिक जानकारियों से अवगत कराया गया। साथ ही नाल्सा हेल्पलाइन नंबर 15100 की जानकारी भी दी गई, ताकि जरूरत पड़ने पर वे कानूनी सहायता प्राप्त कर सकें।
इस अवसर पर छात्रावासों में निवासरत छात्र, अधीक्षक एवं स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।