ईअर टैगिंग से लेकर गोद लेने तक: गौ सेवा संकल्प अभियान में दिए गए निर्देश
गौ सेवा को जनभागीदारी और जनअभियान बनाने की अपील

आनंद गुप्ता जिला संवाददाता
गौ सेवा संकल्प अभियान: सरपंचों,सचिवों और पटवारियों को गौ सेवा एवं संरक्षण हेतु दिया गया प्रशिक्षण
मुंगेली, 11 अगस्त / सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ती जनहानि और पशुहानि की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में जिले में ‘‘गौ सेवा संकल्प अभियान’’ की शुरुआत की गई है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बेसहारा एवं सड़कों पर छोड़े गए मवेशियों के बेहतर प्रबंधन, सेवा और संरक्षण को सुदृढ़ करना है। इसी कड़ी में पथरिया विकासखण्ड के सरपंचों, सचिवों और पटवारियों को गौ सेवा एवं संरक्षण के संबंध में जिला पंचायत के सभाकक्ष में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस दौरान आवारा पशुओं की समस्या के संभावित निदान और गाय गोद लेने पर चर्चा की गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय ने कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य बेसहारा एवं घायल गौवंश के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देना, उनके उचित प्रबंधन की तकनीके सिखाना तथा समाज में गौ-सेवा की संस्कृति को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने घुमंतू मवेशियों को चिन्हांकित कर ईअर टैगिंग करने, युवा, बुजुर्गों एवं आम लोगों को अभियान से जोड़ने तथा गौ सेवा के प्रति जागरूक करने कहा। उन्होंने सेवा भावना का दृष्टिकोण विकसित करते हुए गायों की सुरक्षा के लिए ईमानदार प्रयास करने और इस पहल को जनभागीदारी तथा जनअभियान के रूप में लेने व गॉवों में चौपाल लगाकर गौ सेवा के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करने प्रोत्साहित किया। प्रशिक्षण में गौ माता की सेवा करने, मवेशी को खुले में नहीं छोड़ने, सड़क पर मवेशी मिलने पर किनारे हटाने के साथ ही अपने माता-पिता, मित्रों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों को गौ सेवा के लिए प्रेरित करने का संकल्प लिया गया।