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क्रांति सेना ने बिजली दरों में बढ़ोतरी के विरोध में कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

बिजली बिलों में बेतहाशा वृद्धि और कटौती से जनता त्रस्त

आनंद गुप्ता जिला संवाददाता

बिजली बिलों में बेतहाशा वृद्धि और कटौती से जनता त्रस्त, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

मुंगेली। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बिजली दरों में अचानक की गई भारी-भरकम वृद्धि और लगातार हो रही बिजली कटौती को लेकर आम जनता में गहरा आक्रोश है। इसी मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने आज कलेक्टर को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।

संगठन का कहना है कि पहले की अपेक्षा उपभोक्ताओं को दोगुना-तिगुना ज्यादा बिल भेजा जा रहा है, जिससे आम जनता का घरेलू बजट पूरी तरह से बिगड़ चुका है। बिजली सरप्लस वाला राज्य होने के बावजूद प्रदेश की गरीब और मध्यमवर्गीय जनता दोहरी मार झेलने को मजबूर है।

क्रांति सेना के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि एक ओर हसदेव-तमनार जैसे घने जंगलों को उजाड़ कर कोयला निकाला जा रहा है और किसानों की जमीनों पर उद्योगपतियों के कारखाने चल रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उन्हीं उद्योगपतियों को सरकार बिजली में सब्सिडी देकर करोड़ों के बकाया बिल माफ कर रही है। जबकि आम उपभोक्ताओं को बेहिसाब बिल और बिजली कटौती की मार झेलनी पड़ रही है।

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि छत्तीसगढ़ पूरे देश के कई राज्यों को बिजली उपलब्ध कराता है, लेकिन यही धरती के असली मालिक छत्तीसगढ़वासी आज रोज़ बिजली कटौती और भारी भरकम बिलों की मार से जूझ रहे हैं।

संगठन ने महामहिम राज्यपाल से निवेदन किया है कि वे प्रदेश की आम जनता को राहत दिलाने के लिए हस्तक्षेप करें और सरकार को उसके “बिजली बिल हाफ” करने के वादे पर कायम रहने के लिए बाध्य करें। क्रांति सेना ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने आम जनता के हित में ठोस कदम नहीं उठाए तो संगठन विद्युत अनियमितताओं के मुद्दों पर उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा।

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष परसराम यादव के नेतृत्व में योगेश साहू, सतीश भास्कर, सूरज यादव, अशोक साहू, मनीराम साहू, इंद्रपाल साहू, रोशन साहू और नेमचंद साहू सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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