हरितालिका तीज का पर्व उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया
पति की दीर्घायु की कामना के साथ महिलाओं ने रखा निर्जला व्रत

आनंद गुप्ता जिला संवाददाता
भक्ति और आस्था में डूबा नगर, शिव-पार्वती की आराधना में लीन रहीं महिलाएँ
मुंगेली / नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मंगलवार को हरितालिका तीज का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास और धार्मिक आस्था के साथ मनाया गया। परंपरा के अनुसार विवाहित महिलाओं ने अपने पति की दीर्घायु के लिए और अविवाहित युवतियों ने मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए निर्जला व्रत रखकर भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की आराधना की। महिलाओं ने सोलह शृंगार धारण कर मंदिरों एवं घरों में विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर मंगलकामनाएँ व्यक्त कीं।
तैयारियों में दिखा उत्साह
त्योहार को लेकर घरों में एक दिन पूर्व से ही रौनक शुरू हो गई थी। सोमवार को ही महिलाओं ने अपनी हथेलियों पर मेहंदी रचाई और तीजा पर्व की तैयारी में जुट गईं। बाजारों में पूजा सामग्री, श्रृंगार और वस्त्रों की खरीदी को लेकर चहल-पहल बनी रही। वहीं मिठाई की दुकानों पर भी भीड़ देखी गई।
धार्मिक वातावरण में डूबा नगर
मंगलवार की सुबह से ही महिलाओं ने समूह बनाकर मंदिरों की ओर रुख किया। भजन-कीर्तन और मंगलगान से वातावरण भक्तिमय हो उठा। मंदिरों में भगवान शिव और माता पार्वती के समक्ष महिलाएँ दीप जलाकर, कथा सुनकर और गीत गाकर आराधना करती रहीं। कई स्थानों पर सामूहिक रूप से तीजा व्रत की कथा का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएँ सम्मिलित हुईं।
आस्था और परंपरा का संगम
सुहागिन महिलाओं ने निर्जला व्रत रखकर अपने पति की लंबी आयु और दांपत्य जीवन की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। वहीं युवतियों ने सुयोग्य वर की कामना करते हुए पूरे श्रद्धाभाव से उपवास किया। व्रत के दौरान महिलाओं ने दिनभर जल तक ग्रहण नहीं किया और देर शाम पूजा-अर्चना के उपरांत व्रत का पारायण किया।
नगर का पूरा वातावरण धार्मिक भक्ति और पारंपरिक उत्साह से सराबोर रहा। हरितालिका तीज का यह पर्व सामाजिक समरसता और भारतीय संस्कृति की जीवंत झलक प्रस्तुत करता रहा।