मित्रता और संस्कृति का संगम: बेलखुरी में भोजली महोत्सव
भोजली तिहार में उमड़ा बेलखुरी का उत्साह, परंपरा को संजोने का संकल्प

आनंद गुप्ता जिला संवाददाता

अच्छी फसल की कामना के साथ बड़े तालाब में किया विसर्जन
मुंगेली / पथरिया ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत बेलखुरी में रविवार को पारंपरिक भोजली तिहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सात दिनों तक भोजली की सेवा करने के बाद महामाया प्रांगण से सिर पर भोजली रखकर शोभायात्रा निकाली गई और बड़े तालाब में अच्छी फसल की कामना के साथ इसका विसर्जन किया गया।

युवा गंगाराम साहू और दौलत सिंह राजपूत ने बताया कि भोजली तिहार छत्तीसगढ़ की पारंपरिक संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। यदि हम इन पारंपरिक त्योहारों को नहीं मनाएंगे तो हमारी संस्कृति और पहचान धीरे-धीरे नष्ट हो जाएगी। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस बार भोजली विसर्जन के दौरान टोकरियों की संख्या में कमी देखने को मिली, जो आने वाले समय के लिए चिंताजनक संकेत है।
युवाओं ने भोजली को एक-दूसरे के कानों में रखकर इसे “मित्रता दिवस” के रूप में भी मनाया। उन्होंने ग्रामवासियों से आह्वान किया कि आने वाले वर्षों में इस पारंपरिक तिहार में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इसे जीवित रखें।
इस अवसर पर डुकेश साहू, योगेश्वर राजपूत, हरिकिशन, बृजेश राजपूत, गंगाराम साहू, सुरेश कुमार राजपूत, विनय राजपूत, रामलाल राजपूत सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण, बालिकाएं और माताएं उपस्थित रहीं।



